कुछ पल जो बीते अपने दोस्तों के साथ, कुछ यादगार लम्हे जो याद आये तो आँख भर आये, कुछ मीठा मीठा दर्द जो दे खुशियां हज़ार,
Thursday 13 February 2014
लफ़्ज दर लफ़्ज़ चुकाया...
लफ़्ज दर लफ़्ज़ चुकाया है किराया इश्क का ,,,
दिन भर कि थकान.....
दिन भर कि थकान,पैसों की तंगी,
जमाने भर की बेकार बातें,मुश्किल हालात् जिन्दगी के,
एक तेरे मुस्कराते चेहरे के सामने,सब झूठ से लगते हैं .
hawa ke jhoko ka kya karna
Hawa k jhonko ka hissab kia rakhna..
Jo beet Gaye pal unhe yaad kia rakhna..
Bas yehi soch k muskura dety hain hum,,
K Apni udaasi se dusron ko udaas kia rakhna..!
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